बड़ी देर कर दी मैंने
बड़ी देर कर दी मैंने नए रिश्तो को समजना नयी मुसीबतों से उलजना अपने अंदर छुपे बच्चे के साथ दिन रात झगड़ना बदलते ज़माने में खुदको ढूंढने में बड़ी देर कर दी मैंने वक़्त के साथ नहीं, उसके आगे भागना अपने वजूद की परछाई को पीछे छोड़ना भले पैर टूटे, हम रुकेंगे नहीं हमे सिखाया नहीं गया पीछे मोड़ना इस दौड़ में क्या छूट रहा, ये समझने में बड़ी देर कर दी मैंने क्या मकसद है - पैसो का ढेर जमाना ? थोड़ी शान और शौकत कमाना ? इसका करेंगे क्या जब समय नहीं रहेगा उसके बुलावे का कोई नहीं ठिकाना पता है, कुछ साथ नहीं रहेगा, तब भी, उसे छोड़ने में बड़ी देर कर दी मैंने - Ankit P. Shingala